।।भारत देश महान है।।
उत्तर में हिमकिरीट सलोना
दक्षिण में सागर धार है
गंगा-यमुना से सिंचित भूमि की
महिमा अपरंपार है ||1||
पूरब की है अरुणित धरती
पश्चिम को बहती रेवा विशाल है
मध्य भूमि पर शोभित मालवा
अवंति बसे महाकाल हैं ||2||
भगत सिंह के लहू से सींचा
गाँधी के सपनों का देश है
राम-कृष्ण की कर्म भूमि पर
बुद्ध के गूँजे उपदेश हैं ||3||
गीता का है ज्ञान जहाँ पर
सब धर्मों का मान है
प्रांत विविध और बहुभाषिकता
सर्वश्रेष्ठ संविधान है ||4||
जीवन मूल्यों से गूँथी संस्कृति
शस्य-श्यामला, हरित है आँचल
मानव का है धर्म जहाँ पर
प्रेम,दया और जीवन वत्सल ||5||
सकल विश्व को शून्य सिखाया
समृद्ध किया विज्ञान है
कला,चिकित्सा और साहित्य में
दे रहा नित योगदान है ||6||
शक्तिशाली गणतन्त्र जहाँ पर
तिरंगा जिसकी शान है
अनंत व्योम में गूँजें प्रतिफल
जन-गण-मन का गान है ||7||
सर्व जगत में आर्यावर्त की
अपनी अलग पहचान है।
स्वर्ण पखेरू रहा युगों से
भारत देश महान है ||8||
द्वारा – विवेक नीमा ,देवास