मुस्कुराहटें
मुस्कुराहटें हैं जादू जैसी,
हर दिल को बहला जाती हैं,
टूटे हुए अरमानों पर भी,
उम्मीदों के फूल खिलाती हैं।
बिखर जाए जहाँ उदासी,
और छा जाए वीरानियाँ,
मुस्कुराहटें वहीं आकर,
सजा देती हैं कहानियाँ।
नन्हे बच्चे की हँसी में,
कोई जन्नत झलकती है,
थके हुए चेहरे पे जैसे,
चाँदनी-सी चमकती है।
कभी ये दर्द छुपा लेती,
कभी ये राहत देती है,
सूखी हुई शाख़ पर देखो,
बहार बनके रहती है।
चलो मुस्कुराहट बाँटते चलें,
हर चेहरे पर लाएँ नूर,
ये दुनिया और हसीं होगी,
गर होंठों पे रहे सरूर।