पापा की शेरनी
खुशनसीबी है तरु की जब तक रही पापा आपके
साये तले पापा की परी नहीं शेरनी बनकर रही है,
आपकी उंगली को पकड़कर कदम दर कदम बिना रुके
चली है
देखा पापा आपको खुशियों की खातिर अपनी खुशियों की आहूति पल पल आपको देते,
ऐसे ही नहीं आदर्श अपना मानकर आपसे प्रेरित होकर जटिल से जटिल परिस्थितियों से अकेले लड़ना तरु सीख पाई है,
देखा अच्छी परवरिश की खातिर हमारी आपके संघर्ष पथ से आधार मिला तरु के जीवन को पापा भूल से भूल न कभी पायेगी,,
हमारा ख्वाब आपके अधूरे ख्वाब की एक किताब बनायें हम, उन अधूरे ख्वाबों की अधूरेपन को सम्पूर्णता को आधार
बना कामयाबी तक खुद को इतना पहुंचाये हम,
दुनिया में कुछ ऐसा कर जाये रोशन नाम रोशन आपकी दी परवरिश का हम कर जायें,
देकर उड़ान आपके ख़्वाब से निर्मित ख्वाब की सही दिशा
तलाश कर कामयाबी का सितारा आसमां पर लगायें,
हार न जाये बिटिया आपकी पापा बस अंदेशा आप कराते
रहना,
भटक न जाये हम लक्ष्य से अपने कृपा अपनी तरु पर अपनी
बनायें रखना पापा,
परी नहीं तरु शेरनी है आपकी बिटिया कदम कदम पर हमेशा
हमें याद दिलाते रहना ख़्वाब में आकर हमारे,
टूट जाये अगर परिस्थिति की जटिलता को देखकर पापा
ख़्वाब में ही सही सिर पर हमारे यूं ही हाथ रख देना,
साथ नहीं आप हमारे साथ होने का अनुभव हर क्षण प्रतिक्षण
होता है,
आत्मविश्वास जगाती हैं चित्र छवि आपकी पापा हमारे में मन
को मजबूत और बनाती है,
संघर्षों हार जाना सीखा नहीं शेरनी तरु ने आपकी सीख जो
बचपन से मिलती आई है,
मां की लाड़ली आपकी दुलारी परी नहीं बिटिया आपकी शेरनी बनकर जीती है,
कटाक्षों का सामना करना सीख लिया पापा जवाब भी सत्य के पथ पर चलकर देना सीख लिया,
वर्णित करके कोरे कोरे कागज पर सुलभ यादें सजाकर
पापा की परी नहीं पापा की शेरनी बिटिया तरु है कहलाये,
तरुणा शर्मा तरु
