मुम्बई. दिनाॅंक-४-५-२०२५ दिन रविवार को श्रीराम जानकी मंदिर बद्रीधाम नब्बे फिट रोड लालबहादुर शास्त्री नगर साकीनाका मुम्बई में रा.सा.सा.व सांस्कृतिक न्यास काव्यसृजन परिवार ने पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दयतापूर्वक मारे गये निर्दोष भारतियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।तदुपरांत उपस्थित कवियों ने आतंकवादियों को और उनके समर्थकों को अपनी ओजपूर्ण रचनाओं से खूब खरी-खोटी सुनाई।

उपस्थित कवि पं.जमदग्निपुरी, पंछी प्रतापगढ़ी, ओमप्रकाश तिवारी,सजनलाल यादव, डॉ प्रमोद पल्लवी,एड.राजीव मिश्र”मधुकर”,”आत्मिक” श्रीधर मिश्र, हीरालाल यादव “हीरा” अनिल राही, नंदलाल क्षितिज,राजेश विक्रांत,डी के अग्निहोत्री,प्रा.अंजनी द्विवेदी “अनमोल”, अप्रत्यक्ष रूप से मोतीलाल बजाज,सौरभ दत्ता”जयंत”,रीता कुशवाहा, ओमप्रकाश सिंह,अभय चौरसिया आदि ने अपनी ओजपूर्ण रचनाओं से सभागार में उपस्थित श्रोताओं में जोश भर दिया। उपस्थित गणमान्य मुख्य रूप से पूर्व शिक्षक आ.सुरेंद्र तिवारी जी, श्रीप्रकाश पाठक जी व केई अन्य श्रोता गण भी अपने रोष व्यक्त करते हुए एक स्वर में पहलगाम की अमानवीय और कायरता पूर्ण घटना की भर्त्सना करते हुए सरकार से मॉंग की कि आतंकी और आतंकिस्तान दोनों को समूल नष्ट किया जाय।हम सभी सरकार के हर उस निर्णय के साथ हैं जो आतंक व आतंकिस्तान का सफाया करेगी।

आयोजन की शुरुआत सरस्वती पूजन वंदन से हुई। वंदना पं.जमदग्निपुरी ने की।अध्यक्षता नंदलाल क्षितिज जी ने की और संचालन आत्मिक श्रीधर मिश्र जी ने किया। मुख्य अतिथि आ.राजेश विक्रांत जी व गुजरात से पधारे विशिष्ट अतिथि आ.डी के अग्निहोत्री जी की विशेष उपस्थिति आयोजन को ऊॅंचाई प्रदान की।

मुख्य अतिथि राजेश विक्रांत विशिष्ट अतिथि डीके अग्निहोत्री व आयोजन अध्यक्ष नंदलाल क्षितिज जी का सम्मान अंगवस्त्र पुष्पगुच्छ आदि से किया गया।ओमप्रकाश तिवारी जी ने कविता कवि आज का परिवेश और हिन्दी पर अपने सशक्त विचार रखे। आभार उपाध्यक्ष ओमप्रकाश तिवारी जी ने प्रकट किया। राष्ट्रगान के उपरांत आयोजन सम्पन्न हुआ।पं.जमदग्निपुरी जी ने ससम्मान सभी कवियों को यह कहते हुए विदा किया कि एक जून को आप सभी पुनः पधारें।