तू मुझे चाँद सा लगता है
या यूँ कहूँ पूरा आसमान सा लगता है
तेरा मुझको नहीं पता मगर…
मुझको तू मेरे ईमान सा लगता है
तुझे मान चुका हु मैं आपनी दुनिया
तु मुझे दुनिया जहांन सा लगता है
तुझसे ही जुदी है मेरी सारी खुशिया
तु मुझे मेरी खुशियो का सामान सा लगता है
हर खाहिसे तुझही से है मेरी
तु मुझे मेरी ज़िन्दगी का अरमान सा लगता है
सच कहो तो मुझे आसमान सा लगता है
तुही चाँद तुही मेरा ईमान सा लगता है
शायरा चाँद