June 2025

ग़र टूटा दिल, तन्हाई संग होता यहाँ..

 ग़र टूटा दिल, तन्हाई संग होता यहाँ.. ग़र टूटता जब तारा आसमां में, उसे देख मन्नत मांगते हैं यहाँ सभी, न जानें  टूटे हुए दिल को देख, है क्यूं हसीं यहां उड़ाते यारों  सभी!   टूटे दिल की चीखें हैं कौन सुने, हर चेहरा मुस्कुराता है दिखता यहाँ! अंदर की दरारें हैं दिखती नहीं, बस ज़ख्मों पे नमक […]

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कविता

 अच्छा हुआ तुमने मुझसे, अब किनारा कर लिया….

अच्छा हुआ तुमने मुझसे, अब किनारा कर लिया, था अपना कभी बनाया, है अब बेगाना कर दिया। टूटे अरमानों की चुभन सीने में बसती है अब मेरे, हर साँस यादों की परछाई से, था ऐसा भर दिया! अच्छा हुआ तुमने मुझसे, अब किनारा कर लिया,   जो ख्वाब हमनें साथ बुने थे रेशम से कोमल

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कविता
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