ग़र टूटा दिल, तन्हाई संग होता यहाँ..
ग़र टूटा दिल, तन्हाई संग होता यहाँ.. ग़र टूटता जब तारा आसमां में, उसे देख मन्नत मांगते हैं यहाँ सभी, न जानें टूटे हुए दिल को देख, है क्यूं हसीं यहां उड़ाते यारों सभी! टूटे दिल की चीखें हैं कौन सुने, हर चेहरा मुस्कुराता है दिखता यहाँ! अंदर की दरारें हैं दिखती नहीं, बस ज़ख्मों पे नमक […]
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कविता