१५ अगस्त ७९वीं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पूर्व नायब सूबेदार प्रशांत तिवारी जी का हुआ सम्मान

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१५ अगस्त और श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ दिवस पर ‘ काव्यसृजन ’ व ‘ नवांकुर ’ परिवार के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। यह भव्य आयोजन अंधेरी, साकीनाका में श्री राम जानकी मन्दिर के प्रांगण मे मनाया गया। काव्य गोष्ठी के साथ काव्य प्रतियोगिता का भी आयोजन रखा गया था।तिरंगा से सुसज्जित मंच, सरस्वती माता की तस्वीर व सम्मान चिन्ह से सुशोभित कोना सभी कुछ की शोभा देखते ही बन रही थी। इस सुंदर व देश भक्तिमय कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के हाथों माँ वीणा पाणी के द्वीप प्रज्ज्वलन से हुई। मंच साहित्य मनषियों से समृद्ध हुआ। जिसमें नागपुर से आये मुंबई हिंदी साहित्य पुरस्कार से सम्मानित ‘श्री रामकृष्ण सहस्त्र बुद्धे जी,मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान हुए थे। विशिष्ट अतिथि श्रीमान शिवनारायण यादव जी (पूर्व शिक्षक) उपस्थित रहे, सम्मान मूर्ति श्रीमान प्रशांत तिवारी जी (पूर्व नायब सूबेदार) उपस्थित होकर आयोजन को गरिमामय बना दिए।अतिथियों का स्वागत शाल,पुष्पगुछ व सुंदर स्मृति चिन्ह के साथ दोनों संस्थाओं के पदाधिकरियों द्वारा किया गया ।इसके बाद दोनों संस्थाओ के नये पदाधिकारियों का सम्मान के साथ नियुक्ति हुई।काव्य गोष्ठी व प्रतियोगिता की भक्तिमय शुरुआत नवांकुर साहित्य संस्था ’ की अध्यक्षा पल्लवी रानी जी ने किया। मधुर कंठ से सरस्वती माता का आवाहन किया। संचालन का भार प्रखर वक्ता संजय द्विवेदी जी को सौंपा गया।उन्होंने अपनी संचालक की भूमिका बहुत ही सुरुचि पूर्ण ढंग से निभाई। अध्यक्षता का भार आ.अमरनाद द्विवेदी जी ने बड़ी ही सहजता से उठाते हुए थे।सहस्त्र बुद्धे जी का साहित्य संबोधन ने कार्यक्रम की महत्ता बढ़ा दी। सभी कलम कारों ने पूरा वातावरण देशभक्ति से परिपूर्ण कर दिया। काव्य प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल ने निष्पक्ष अपना निर्णय रखा व नये कवियों को भी प्रोत्साहन दिया। जिसमें प्रथम स्थान मृदुला तिवारी “महक*को मिला। द्वितीय स्थान सदाशिव चतुर्वेदी”मधुकर” जी को मिला। तृतीय स्थान संयुक्त रूप से जितेंद्र यादव विनय शर्मा”दीप” को मिला। नीलिमा पाण्डेय जी ने भी समीक्षकों को प्रभावित किया। इसलिए उनका भी सम्मान प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया गया।संस्था द्वय ने सभी विजेता प्रतिभागियों की प्रशस्ति पत्र और पुस्तक प्रदान कर सभी के मंगलमय जीवन की कामना की। निर्णायक मंडल आ.हौंसिला प्रसाद “अन्वेषी”जी,(पूर्व प्रधानाचार्य) ओमप्रकाश तिवारी जी (पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष)प्रा.अंजनी कुमार द्विवेदी जी(हिन्दी व्याख्याता)ने अपनी सूझ बूझ से निर्णय सुनाया।
इस मनोहारी आयोजन को उंचाई प्रदान करने वाले कवि कवयित्री निम्नलिखित हैं।कवि पं.जमदग्निपुरी,विनय शर्मा “दीप “,जितेन्द्र यादव, डॉ प्रमोद पल्लवित, डॉ रामस्वरूप साहू, सदाशिव चतुर्वेदी”मधुकर”,एड.अनिल शर्मा, डॉ शारदा प्रसाद दुबे”शरद चंद्र”, नंदलाल थापर, त्रिलोचन सिंह अरोरा, लालबहादुर यादव “कमल”, लक्ष्मीकांत “कमलनयन”, अमरनाथ द्विवेदी,आर के सहस्त्र बुद्धे, शिवनारायण यादव, हौंसिला प्रसाद “अन्वेषी”, ओमप्रकाश तिवारी,प्रा.अंजनी कुमार द्विवेदी “अनमोल”राकेश मणि तिवारी, वीरेंद्र यादव, सजनलाल यादव,”आत्मिक”श्रीधर मिश्र कवयित्री डॉ नीलिमा पाण्डेय, मृदुला तिवारी “महक”, पल्लवी रानी, लक्ष्मी यादव “ओजस्विनी”जागृति सिन्हा,आदि रहे। विशेष आकर्षण रहे संस्था के वरिष्ठ मार्गदर्शक आ.मोतीलाल बजाज जी विडियो कालिंग द्वारा अपनी प्रस्तुति और उपस्थिति दोनों दर्ज कर वाह वाही बटोरी।सबने देशभक्ति की गीत ग़ज़ल कविता प्रस्तुत कर श्रोता वाचस्पति तिवारी क्रितायन पाण्डेय प्रशांत तिवारी आदि को भावाविभोर कर दिया। आयोजन अध्यक्ष श्रीमान अमरनाथ द्विवेदी जी ने बहुत सुन्दर विवेचना की। आयोजन पूरे ४ घंटे निर्वाध रूप से चला।राष्ट्रगान के बाद आभार लक्ष्मी यादव “ओजस्विनी” ने प्रकट किया। राष्ट्रगान के उपरांत आयोजन पूर्णता को प्राप्त किया।

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