मां दुर्गा
प्यारी मैया मेरी आ जाओ मेरे द्वार
जीवन मेरा कर दो भव सागर पार
मैया हम जन्म से तेरे है भक्त प्यारे
तू सदा जीवन के दुख मिटा दे हमारे
मैया तुमसे ही है यह जीवन हमारा
मेरी मैया तुम ही हो मेरा जीवन सहारा
मैया हम तेरे बालक बड़े अल्पज्ञानी
मैया यें मेरे जीवन की तुमसे ही कहानी
मेरी मां चैत्र शुक्ल में तेरे नवरात्रि आएं
तेरी महिमा के गीत नवरात्रि में सब गाएं
मैया तू सदा करती शेर की सवारी
तेरी मैया आरती उतारें दुनिया सारी
मैया जो तेरे भक्त तुझे मन से ध्यावें
वें तेरे भक्त सदा ही सुख चैन पावें
तू अपने भक्तों पर करती सदा मेहर
वें आनंद पाते जीवन में खुशियां लेकर
स्वरचित और मौलिक कविता
सर्वाधिकार सुरक्षित
सुनील कुमार “खुराना”
नकुड़ सहारनपुर
उत्तर प्रदेश भारत