ज्यादा नहीं ये बस दो चार दिन तक चलेगा
ये पुलवामा 2.o है कुछ और दिन तक चलेगा
गयी है जान बहुत सारे मासुम लोगों की
ये अवाम का खून बस कुछ दिन तक खौला रहेगा
करते रहेंगे ये सियासत दान सियासत हादसों पर भी!
ये हादसा इनके चुनाव के प्रचार खत्म होने तक चलेगा
जीन मासुम बच्चो के सर से पिता का साया उठ गया
ऊन मासुमो का जख्म ताजा सारी ज़िन्दगी तक रहेगा
क्या लौटा सकते हो तुम उनके मांग की सिन्दुर को
उनकी आँखो मे इंतेजार और आंशु ता उमर तक रहेगा
कवित्री चाँद