पहलगाम : भर लो लहू में उबाल आज स्वराष्ट्र है पुकार रहा
हिन्द के नौजवानों आज हिंद है पुकार रहा भर लो लहू में उबाल आज स्वराष्ट्र है पुकार रहा खामोशी ये तोड़ सिंघ नाद बन गरजिए देश के शत्रुओं को शक्ति प्रबल ,अपनी दिखाइए खोए नन्हे पुष्प हमने नौजवान भी खोए कई बहनों की मांग चीखी नन्हें मुख से चीखे गूंजी चीखों को उन मासूमों की […]
पहलगाम : भर लो लहू में उबाल आज स्वराष्ट्र है पुकार रहा Read More »
कविता