ऑपरेशन सिंदूर
अभी तो शंखनाद हुआ है
युद्ध अभी बाकी है
अभी धरा स्वरूप सिंदूरी
सिंदूर का लिया प्रतिशोध ही
अभी तो राम भक्त की सेना से
बस पहुंचे हनुमान ही
तो ध्वस्त कर दिए तुम्हारे सारे
नापाक इरादे ,ठिकाने और साए आतंक के
तो सुन लो ये पाक वालो
जो निकल पड़े रामभक्त
और पूरी देश सेना साथ में
तो क्या होगा हाल तुम्हारा
ना नाम भी आएगा नजर फिर
नक्शे में पाक का
सेना ने धरा रूप प्रचण्ड
जैसे शिव ने खोला तीसरा नेत्र
अब ना बच पाएंगे नापाक इरादे
ना बच पाएंगे इसको जन्म देने वाले
देखो रंग सिंदूर का
सिंदूरी बन खिल गया
मिटाया माथे का सिंदूर जो तुमने
बन शक्ति देश की
तुमको तुम्हारी बिसात दिखाई

निरंजना डांगे
बैतूल मध्यप्रदेश