शिखा सिंह। कई बार देखा है की लोग शराब का गिलास लेकर बैठ जाते हैं
और उसके सहारे दुनिया भर का तनाव कम करने की जगह दो गुना तनाव और बड़ा लेते हैं।
स्त्री हो या पुरुष शराब पीना अब आम बात हो गयी है पार्टी या शादी या किसी भी समारोह में शराब पीकर मनोरंजन करना एक आम किस्सा सा हो गया है।
लेकिन पति हो या पत्नी या गर्लफ्रेंड जो भी हों कभी -कभी शराब के नशे में बो गलतियाँ कर जाते हैं जिसका उन्हें अंदाज भी नहीं होता जिसका भुगतान उन्हें बहुत कुछ खोकर देना पड़ता है।
शराब बुरी चीज़ है लेकिन तब बुरी है जब आप उसका गलत तरीके से उपयोग करते हैं।
शराब ही क्या कोई भी दबाईयों का इस्तेमाल आप गलत तरीके या ज्यादा मात्रा में सेवन करगें तो वह भी जहर का ही काम करेगी ।
शराब ख़राब नहीं है ख़राब है तो व्यक्ति की सोच, अधिक उपयोग , बीमार मानसिकता जो केवल स्त्री भोगने के साथ अपनी भूख मिटाने के लिये की जाती हो ।
बहुत बार कमज़ोर मानसिकता के लोग सही गलत सोचना भूल जाते हैं और बलात्कारी तक बन जाते हैं।
या फिर केवल सम्भोग के शृंगार को सजाने के लिये कोई भी हो स्त्री या पुरुष या फिर यंग बच्चें ,जो भी गलत तरह से उपयोग करने पर उसका खसमियाजा उसे ही भुगना पड़ता है । कारण जो भी हो गलत कार्य करने को उत्साहित करती हो तब आपके लिये बुरी है ।
शराब का समर्थन करना नहीं है पर शराब का उपयोग किस तरह करना है।ये जानना बहुत जरुरी है ।
बाज़ार ने बहुत सी दवाइयों का निर्माण किया है अलग -अलग तरह से अलग -अलग काम में लाने के लिये ।
उसी तरह शराब को भी सम्मान दो उसका उपयोग का सही तरीका रखो !
गलत तरीके से शराब का उपयोग करने से ख़ुद तो व्यक्ति रिश्तों और समाज में छवि को ख़राब करता ही है साथ ही शराब का अपमान करता है।
क्योंकि शराब व्यक्ति के मनोरंजन के लिये बनाई गयी है उसका मजाक बनाने के लिये नही।
क्योंकि शराब को तुम पीते हो शराब तुम्हें नहीं पीतीं
जव व्यक्ति शराब का सेवन ज्यादा मात्रा में करता है तो शराब व्यक्ति को पीती है ,उस वक्त उसे कुछ याद नहीं होता कि मैं क्या गलत कर रहा हूँ ।
शराब भी अपना सम्मान चाहती है उसे सही तरीके से पीकर हर माहौल और पार्टी का मनोरंजन करो व्यक्ति भी पार्टी या किसी भी समारोह में उसको पीने का पूरा आनन्द उठा सकें ।
पैसा भी वसूल सके खुशियाँ दे सकें और खुद भी खुशी महसूस कर सकें ।
अपना सम्मान भी बनाए रखें लोग सोचे कि पीने के बाद भी कितनी सभ्यता से पेश आ रहा है ।
शराब पीने का मतलब उदंड्ता नहीं है, किसी को अपमान करना नहीं है किसी का उपयोग करना नहीं है।
उसका भी अपना सम्मान है तुम्हारा मनोरंजन करना मानसिकता को विचलित करना नहीं है।
वो कार्य व्यक्ति ख़ुद करता है शराब नहीं करती व्यक्ति ख़ुद अपने होनें को खोता है ऐसा माहौल पैदा करके जहाँ उसको ख़ुद का भी होस नहीं होता और बहुत बड़ी-बडी़ गलतियाँ कर जाता है जिसमें घरों को भी बर्बाद कर लेते हैं।
जिन लोगों को शराब एक साथी लगता है तो साथी से सम्बन्ध अच्छे रखो। उसको हमेशा अपमानित न करो न कराओ ।
सड़कों पर शराब पीकर जो लोग तमाशा करते है या घरों में जाकर अपनी पत्नी या परिवार को दंडित करते हैं। वो व्यक्ति खुद का गलत उपयोग करता है परिवार का भी जीवन कलह से भर देता है। सबसे ज्यादा इसका खामियाजा पत्नियों और परिवार को भुगतना पड़ता है ।
जो सभ्य समाज में अकेली पड़ जाती है उसका साथ देना मुश्किल हो जाता है लोगों को ,लेकिन दोषी स्त्री ही पाई जाती है।
शराब अगर किसी की दोस्त है तो दुश्मन भी है जो व्यक्ति ख़ुद बनाता है ।
दोस्ती करो तो सम्मान से वर्ना शराब से दुश्मनी अच्छी है ।
ख़ुद बचो और बचाके रखने दो (मनी )
