नमन करो उस बापू को ,
जिन्होंने अपना देश आजाद कराया ,
आखिर हमें वो आजादी मिली नहीं ,
नव जीवन का नई आजादी हो दोबारा ,
आजाद हो अपना देश दोबारा ।
अपना देश आजाद होने का सपना , पुरा हुआ नहीं ,
हम हिन्दुस्तान के नागरिकों को ,
यदि आजाद हैं हम हिन्दुस्तानी ,
तो हम सबों में भेदभाव हीं क्यों ,
आजाद हो अपना देश दोबारा ।
आजाद हिन्द के हम सबों में मतभेद हीं क्यों ,
हम सबों में ऊंच-नीच व बड़ा – छोटा हीं क्यों ,
नवयुग के नवयुवकों का है यह संकल्प ,
कमर कसें , बलिदान करें , देश पुनः आजाद करें ,
आजाद हो अपना देश दोबारा ।
फक्र करो आधुनिक भारत के ,
सफेदपोशी नेताओं पर ,
जो भ्रष्टाचारियों , काले धंधे व बदमाशों को बढ़ावा दिया ,
यदि हम आजाद हैं तो ऊंच – नीच व जाति-पाति क्या ,
आधुनिक दौर के पीढ़ियों से है निवेदन हमारा ,
आजाद हो अपना देश दोबारा ।
आजाद हिन्द के तिरंगा की है कसम हमारा ,
अब दूसरी आजादी की है जरूरत हमें ,
इसलिए तो कहता हूॅं आजादी अभी अधूरी है ,
सपने अब सच होना बांकी है ,
आजाद हो अपना देश दोबारा ।