रसाल सिंह 'राही'

निस्वार्थ प्रेम

अपने दोस्तों के साथ अवश्य साझा करें।

IMG_20250428_234148.jpg

किसी के लिए हम जरूरी हैं
तो किसी के लिए जरूरत
कभी कभी ये सब समझने
में सदियां लग जाती हैं
कि क्या सही है और
क्या गलत है
कौन अपना है और
कौन पराया है
अपनी अमूल्य भावनाओं को
ऐसी जगह खर्च करो
यहां भावनाओं की क़द्र हो
आपके कहे हुए शब्दों से
किसी को ठेस न पहुँचे
उन लोगों से रिश्ता जोड़ो
जो आपका साथ नहीं
छोड़ना चाहते
जो आपके ही करीब
रहना चाहते हैं
उन लोगों से दूरियां नहीं
नजदीकियां बढ़ाओ
जो आपसे प्यार करते हैं
जो खुद से ज्यादा
आपकी परवाह करते हैं
उनको समझने में कभी
भूल मत करो
जो तुमसे निस्वार्थ
प्रेम करते हैं.।।

रसाल सिंह 'राही'
रसाल सिंह ‘राही’
+2

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shopping Cart

No products in the cart.

No products in the cart.