सारे जग के सच्चे बच्चे ,
होते मन के सच्चे बच्चे ,
बड़े हीं नटखट होते बच्चे ,
बड़े हीं शरारत होते बच्चे ,
सारे जग के सच्चे बच्चे ।
मन लगाकर पढ़ते सारे बच्चे ,
जिद्दी से बाज नहीं आते बच्चे ,
शरारती से बाज नहीं आते बच्चे,
खुब करते पढ़ाई , जग के बच्चे ,
सारे जग के सच्चे बच्चे ।
परिश्रम से कभी ना घबराते बच्चे ,
हर काम को करते सारे बच्चे ,
आपस में करते लड़ाई सारे बच्चे ,
अलबेले और नटखट होते बच्चे ,
सारे जग के सच्चे बच्चे ।
श्री जय प्रकाश वर्मा ऊर्फ कलामजी