लघुकथा :_खोपड़ियों से वार्तालाप कल्पनाओं में सत्य की एक झलक
लघुकथा:_खोपड़ियों से वार्तालाप
कल्पनाओं की दुनिया में सत्य की एक झलक अचानक से तेज हसीं की और कोलाहल की आवाज कानों में पड़ी थोड़ी डरावनी सी आहट के साथ इसे सुन कर मैं कांप गई क्या था कुछ समझ नहीं आया कि तभी अचानक असंख्य मानव खोपड़ियों ने मुझे घेर लिया और घूमने लगी मेरे […]
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लघुकथा